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Wednesday 27 November 2013

आज बस कुछ यू ही

तुम मुझसे प्यार करती हो और मैं तुमसे तो
चलो ना हम दोनों अपनी एक नयी दुनिया बसाये -
(नोट-यह सारी बातें काल्पनिक है
सोच रही हू अगर कभी कोई ऐसा कहे तो हा.… हा :-))

और भी लोग है मेरी इस दुनिया में केवल तुम ही तो नहीं
"अब जब मैं समझदार हो गयी हू तो कैसे ये बच्चों सी नादानियाँ कर बैठू ??????"
तुमने केवल मेरी जुबान के लफ़्ज़ों को सुना है
आज मेरी रूह की आवाज को जरा गौर से सुनो -

"सुनो !जिस शाम में मेरे बाबा के साथ बैठकर ख़ुशी से चार पल ना बाँट लू
वो शाम उनकी अधूरी सी होती हैं
और रात मेरे ही विचारों की कश्मकश में बीत जाती हैं
बिना एक पल सोये :-))"

मेरी माँ और चाची को जब तक यह ना कह दू कि
आप लोग कुछ भी नहीं जानते हो ,
ना कोई काम ढंग से करना आता हैं और
ना ही इस दुनियादारी को सही से सम्भाल पाते हो
पता नहीं क्यों लेकर आये आपको हा..... हा..... हा..... :-))
उनसे बिना लड़े मेरा दिन बीत ही नहीं सकता :-))


अपने भाई-बहनों के झगड़े का तो क्या कहना………… वो तो होने ही है
ऐसे अनगिनत पल है जिन्हें ना बातों में और
ना ही यादों में संजोया जा सकता हैं :-))


तुम पागल मत बनो यह दुनिया,समाज और लोग
तुम्हें सिवाय रीति-रिवाजों,रुढ़िवादी सोच और अनचाहे बोझ की
गठरी के सिवा कुछ ना देगा :(
तुम्हें उड़ना हैं ना आजाद परिंदो की तरह
चलो ना मैं तुम्हें यू खोने नहीं दे सकता :-))


नहीं जनाब आज मेरे दिल और दिमाग की जंग में
दिमाग थोडा ज्यादा ही हावी हैं
सो आज तुम मुझे एक देहाती औरत ही बनने दो
जिने दो मुझे हर वो पल जो कल को मेरी माँ ने जीया था :-))
खोने दो मुझे इस रिश्तों के बंधन में
जहाँ ना कोई दिखावा और ना ही कोई फरेब हैं :-))
फिर कभी दूसरा जन्म लेंगे तुमसे प्यार करने के लिए भी
और तुम्हारे साथ आजादी की जिंदगी जीने के लिये भी :-))
फिर से कभी इन पैरो को फड़फड़ायेंगे इस गंगन को चूमने के लिए
पर आज नहीं;;;;;;;और हां तुम यह मत समझाना कि मेरे
पैरों में बेड़िया है यह तो पायल है पागल हा..... हा :-))
मैंने हर पल अपनों में जिया है ना कि अपने आपमें :-))


"ओके तो मैं भी जा रहा हू किसी और के साथ उड़ने के लिये :-))"


शौक से जाइये जनाब और हां सुनो
बोझ वो रस्में नहीं तुम्हारा झूठा प्यार है
सो यह बोझा भी ढोते जाओ जिसमें मैंने तुम्हारी यादों
और तुम्हारे साथ बिताये हर पल को कैद करके सम्भाल के रखा था
पर अब तेरा तुझको अर्पण।।।।।भला इतना भी निर्दयी होता है कोई ???????
याद रखना -
"मोहब्बत वो नहीं होती जो रिश्ते भुला देती है 
बल्कि मोहब्बत वो होती है जो बुजुर्गों का आशीर्वाद लेती हैं :-))""

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