(१ )
आज मैंने अपने खोये सपनों को फिर से सजाया हैं
आज फिर से मैंने इस बेरंग सी जिंदगी में कुछ रंगो को भरा हैं
आज फिर पहले की तरह अच्छी बातें की हैं
आज फिर से मैं हंस पड़ी हू यू ही खामखां और बेवजह
आज फिर से अपनी गुमनाम सी जिंदगी को नया नाम दिया हैं
आज फिर से पुराने लोगों ने मेरे दिल पर दस्तक दी हैं
"ओफ्फो आज फिर से दाहिनी आँख फड़फड़ाई हैं :-)"
जरा ठहरो अब मैं समझ गयी हू कि यह सब बहानें हैं पुराने
बस आज इस दिल की तो ज़िद्द हैं फिर से दर्द पाने की !!!!
(२)
आसमां में बादल छाये हैं
शायद किसी मासूम का दिल टूटा
होगा तभी तो यह खुदा इस ठिठुरती
सी ठण्ड में भी रोने वाला हैं !!!!!!
(३)
उसकी आँखें घड़ी की टिक-टिक करती सुइयों पर
और मेरी उस पर
सोच रहा हैं ३० मिनट और बस का इंतज़ार करना हैं
मैं सोच रही हू खाश कि आज बस थोड़ा और लेट हो जाये
वो परेशां हो रहा हैं मेरे साथ
बस कुछ मन ही मन गुनगुना रहा हैं
मैं सोच रही हू उसके साथ बितते पलों को
बस आ गयी वो जा रहा हैं
उसे ख़ुशी हैं फिर से अपने कॉलेज जाने की
मैं थोड़ा दुःखी हू फिर से उसके जाने के गम में
वो जा रहा हैं
मैं नहीं रोक पा रही हू.....
खाश तुमने सुना होता कि-
"तुम्हारे बैठते वक़्त में बुदबुदाई थी कि
थोड़ा और रुक जा ना राम :-)"!!!!!
(४ )
आज फिर से नाखूनों को बढ़ाया हैं
बस केवल अनसुलझी सी गुंथियों सुलझाने के लिये !!!!
(5 )
अविश्वास सा हैं कुछ-
सोनू उर्फ गीत यार वक़्त बहुत बदल गया हैं
सोचा ना था ऐसा भी मोड़ कभी आएगा क्या ????
बधाई हो (शादी की मुबारकवाद मैम)
आज खिलते लबों पर भी
ना जाने क्यों नमी सी हैं
खैर यू नो वी आर रॉक :-)
फिर किसी रोज लिखेंगे अपनी
"sss" वाली बातें !!!!!
वक़्त हैं बेजान सा-फिर भी हैं सारा अपना..… अच्छा-बुरा
चाहा अनचाहा फिर भी कैद किया हैं इसे अपने हाथों की मुठियों में
प्रॉमिस फिसलने नहीं दूगी रेत की तरह इसे !!!!!!!!!!!
आज मैंने अपने खोये सपनों को फिर से सजाया हैं
आज फिर से मैंने इस बेरंग सी जिंदगी में कुछ रंगो को भरा हैं
आज फिर पहले की तरह अच्छी बातें की हैं
आज फिर से मैं हंस पड़ी हू यू ही खामखां और बेवजह
आज फिर से अपनी गुमनाम सी जिंदगी को नया नाम दिया हैं
आज फिर से पुराने लोगों ने मेरे दिल पर दस्तक दी हैं
"ओफ्फो आज फिर से दाहिनी आँख फड़फड़ाई हैं :-)"
जरा ठहरो अब मैं समझ गयी हू कि यह सब बहानें हैं पुराने
बस आज इस दिल की तो ज़िद्द हैं फिर से दर्द पाने की !!!!
(२)
आसमां में बादल छाये हैं
शायद किसी मासूम का दिल टूटा
होगा तभी तो यह खुदा इस ठिठुरती
सी ठण्ड में भी रोने वाला हैं !!!!!!
(३)
उसकी आँखें घड़ी की टिक-टिक करती सुइयों पर
और मेरी उस पर
सोच रहा हैं ३० मिनट और बस का इंतज़ार करना हैं
मैं सोच रही हू खाश कि आज बस थोड़ा और लेट हो जाये
वो परेशां हो रहा हैं मेरे साथ
बस कुछ मन ही मन गुनगुना रहा हैं
मैं सोच रही हू उसके साथ बितते पलों को
बस आ गयी वो जा रहा हैं
उसे ख़ुशी हैं फिर से अपने कॉलेज जाने की
मैं थोड़ा दुःखी हू फिर से उसके जाने के गम में
वो जा रहा हैं
मैं नहीं रोक पा रही हू.....
खाश तुमने सुना होता कि-
"तुम्हारे बैठते वक़्त में बुदबुदाई थी कि
थोड़ा और रुक जा ना राम :-)"!!!!!
(४ )
आज फिर से नाखूनों को बढ़ाया हैं
बस केवल अनसुलझी सी गुंथियों सुलझाने के लिये !!!!
(5 )
अविश्वास सा हैं कुछ-
![]() |
geet really today m missing u a lot:-) |
सोचा ना था ऐसा भी मोड़ कभी आएगा क्या ????
बधाई हो (शादी की मुबारकवाद मैम)
आज खिलते लबों पर भी
ना जाने क्यों नमी सी हैं
खैर यू नो वी आर रॉक :-)
फिर किसी रोज लिखेंगे अपनी
"sss" वाली बातें !!!!!
वक़्त हैं बेजान सा-फिर भी हैं सारा अपना..… अच्छा-बुरा
चाहा अनचाहा फिर भी कैद किया हैं इसे अपने हाथों की मुठियों में
प्रॉमिस फिसलने नहीं दूगी रेत की तरह इसे !!!!!!!!!!!
17 comments:
वक़्त हैं बेजान सा.......
सब समझते है
पर कीमत वक्त की
कोई नहीं समझ सका
आज तक....
सादर.....
वर्ड व्हेरिफिकेशन हटाइये फौरन
वरना...
लोग प्रतिक्रिया व्यक्त करने से कतराएँगे
बहुत सुंदर लिखती रहें ! ब्लाग टाइटिल बहुत अच्छा है एक बेटी का ही हो सकता है :)
वर्ड वेरिफिकेशन हटा देंगी तो टिप्पणी करने में सुविधा हो जायेगी ।
बेहद गहन व सार्थक प्रस्तुति।।।
कृप्या टिप्पणी माडरेशन हटा लें..टिप्पणी करने मे आसानी होगी।।।
bahut-bahut aabhar G aapka...:-)
yeah ryt said mam....
hmmmmm
lot of thanks sir.......
shukriya G..:-)
वाह.. बहुत सुन्दर.....
आज फिर से नाखूनों को बढ़ाया हैं
बस केवल अनसुलझी सी गुंथियों सुलझाने के लिये !!!!
....लाज़वाब...सभी प्रस्तुतियां बहुत सुन्दर ..
wow it`s nice.......
thank u.......:-)
bahut-bahut aabhar sir G:-)
thank you...:-)
आसमां में बादल छाये हैं
शायद किसी मासूम का दिल टूटा
होगा तभी तो यह खुदा इस ठिठुरती
सी ठण्ड में भी रोने वाला हैं !!!!!!
.
.bahut shandar.....
सारिका जी आपके लिए कोई सब्द नहीं मेरे पास बोलने के लिए आप सच में बहुत अच्छा लिखती है बस आप इसी तरह लिखती रहिये ये दुआ है मेरी रब से दिल से ......मेने आपका ब्लॉग पड़ा बहुत ही खुसी हुयी आपके तो जैसे अपना दिल निकल के रख दिया हो बाकई कबीले तारीफ .......वाह क्या बात क्या बात क्या बात ........हदें तोडना तो मेरा शौक हसरत है
मुझसे इन बंदिशों में गढ़ा नहीं जाता
मैं शौक़ीन हूँ किस्से मोहब्बत के पढ़ने का
मुझसे कोई कानून पढ़ा नहीं जाता!
सर इतनी सारी तारीफ़ करने के लिए आपका तहेदिल से शुक्रिया😊
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