वैसे आज मुझे ब्लॉग पर अपनी अटेंडेंस लगवाना
जरुरी नहीं लगा और इतना कुछ खाश था भी नहीं कुछ लिखने के लिये
पर शाम के ढलते-२ उस खुदा की हम पर मेहरबानी हो ही गयी
थैंक यू भगवानजी और आल्सो "राम" टू यू
यप्प राम से सुबह मिल लुंगी विश्वास नहीं हो रहा हैं
पर सच यही हैं
राम सच अभी तूने कॉल करके यह बताकर कि मैं शाम को
रवाना हो रहा हू घर आ रहा हू
आज वाले पकौड़ों का स्वाद भी दोगुना कर दिया हैं :-)
राम जानती हू मैं इस बार अपने बीच दूरियां और
झगड़े दोनों बहुत बढ़ गये पर कोई बात नहीं
अगर हम बचपन में नहीं लड़ेंगे तो क्या बूढ़े होने के बाद लड़ेंगे
खैर किसी भी वजह से मेरा प्यार तेरे लिए कभी कम नहीं हुआ हैं
तू कल भी इस दूनिया की लाखों-करोड़ों लोगों की भीड़ में
मेरे लिए स्पेशल था, हैं और हमेशा रहेगा
ऑफ्टर ऑल खून का रिश्ता हैं अपना
तेरी बड़ी बहन हू मैं :-)
इस बार तुझसे बात नहीं की उसके लिये सॉरी
क्यों नहीं की तुझे पता हैं
पागल उपलब्धियां, कभी भी अपनों की जगह नहीं ले पाती
तेरा यह सोचना की तेरी यूनिवर्सिटी के नाम से मैं
अपना स्टेटस बढ़ाने की कोशिश करुँगी हा.… हा
भाई फिर तो अगर कल को तू आईएएस बन गया तो ??????
राम तू बच्चा हैं जानती हू मैं
मैं तुझे समझ सकती हू पर
उपलब्धियां, पैसे कहाँ भला अपनों की जगह ले पाते हैं :-)
और जिन लोगो की जिंदगी में ले लेते हैं
तो वो सब बातें मेरे जैसे भोले-भाले लोग भला कहा समझ पाते हैं उन्हें ???
खैर अपनी जिंदगी में यू ही खट्टी-मिठ्टी, छोटी-बड़ी बातें होती रहेगी
पर आज तो यह कहना था शुक्रिया :-)
लव यू बच्चू !!!!
"इस बार फेसबुक पर नहीं तो क्या हुआ अपने ब्लॉग पर कह रही हू
राम वेलकम टू राजस्थान ,वेलकम टू होम :-)"
हैप्पी जर्नी !!!!!
अब बस इंतजार हैं सुबह का
जो हर रोज अपने साथ लेके आती हैं रोशनी की किरणों को :(!!!
जरुरी नहीं लगा और इतना कुछ खाश था भी नहीं कुछ लिखने के लिये
पर शाम के ढलते-२ उस खुदा की हम पर मेहरबानी हो ही गयी
थैंक यू भगवानजी और आल्सो "राम" टू यू
यप्प राम से सुबह मिल लुंगी विश्वास नहीं हो रहा हैं
पर सच यही हैं
राम सच अभी तूने कॉल करके यह बताकर कि मैं शाम को
रवाना हो रहा हू घर आ रहा हू
आज वाले पकौड़ों का स्वाद भी दोगुना कर दिया हैं :-)
राम जानती हू मैं इस बार अपने बीच दूरियां और
झगड़े दोनों बहुत बढ़ गये पर कोई बात नहीं
अगर हम बचपन में नहीं लड़ेंगे तो क्या बूढ़े होने के बाद लड़ेंगे
खैर किसी भी वजह से मेरा प्यार तेरे लिए कभी कम नहीं हुआ हैं
तू कल भी इस दूनिया की लाखों-करोड़ों लोगों की भीड़ में
मेरे लिए स्पेशल था, हैं और हमेशा रहेगा
ऑफ्टर ऑल खून का रिश्ता हैं अपना
तेरी बड़ी बहन हू मैं :-)
इस बार तुझसे बात नहीं की उसके लिये सॉरी
क्यों नहीं की तुझे पता हैं
पागल उपलब्धियां, कभी भी अपनों की जगह नहीं ले पाती
तेरा यह सोचना की तेरी यूनिवर्सिटी के नाम से मैं
अपना स्टेटस बढ़ाने की कोशिश करुँगी हा.… हा
भाई फिर तो अगर कल को तू आईएएस बन गया तो ??????
राम तू बच्चा हैं जानती हू मैं
मैं तुझे समझ सकती हू पर
उपलब्धियां, पैसे कहाँ भला अपनों की जगह ले पाते हैं :-)
और जिन लोगो की जिंदगी में ले लेते हैं
तो वो सब बातें मेरे जैसे भोले-भाले लोग भला कहा समझ पाते हैं उन्हें ???
खैर अपनी जिंदगी में यू ही खट्टी-मिठ्टी, छोटी-बड़ी बातें होती रहेगी
पर आज तो यह कहना था शुक्रिया :-)
लव यू बच्चू !!!!
"इस बार फेसबुक पर नहीं तो क्या हुआ अपने ब्लॉग पर कह रही हू
राम वेलकम टू राजस्थान ,वेलकम टू होम :-)"
हैप्पी जर्नी !!!!!
अब बस इंतजार हैं सुबह का
जो हर रोज अपने साथ लेके आती हैं रोशनी की किरणों को :(!!!
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