१
आग लगी है इस दिल में ,
दुनिया में आग लगाने दो
नंगे जलते पैरो से ,
भूतल पर राख बिछाने दो !!
इन नोखंडे महलों के निचे
कुटिया मुझे बनाने दो
सदियों से सोयी हुई
शक्ति की अब तो ज्योति जलाने दो !!!!!!!!!
२
उड़ते पंछी ने सोचा
मैंने गगन को बदला हैं
चमकते झुंगनू ने सोचा
मैंने चमन को बदला हैं
पर मैंने तो यह समझा कि -
लोगों का नजरियां तो मेरा ही हैं
पर लोगों ने तर्क जरुर बदला हैं :-))
३
टूटते हुए ख्वाबों में हकीकत ढूंढती हू
पत्थर के दिलों में मोहब्बत ढूंढती हू
नादान हू मैं अब तक यह भी नहीं समझी
बेजान बातों में इबादत ढूंढती हू !!!!!
मेरे जज्बातों की कीमत यहाँ कुछ भी नहीं
बईमानी के बाजारों में शराफत ढूंढती हू
इस अजनबी दुनिया में अपना कोई भी नहीं
गैरों की आँखों में अपनी सूरत ढूंढती हू !!!!!!!!!
"उम्मीद की थी प्यार की
बस यही भूल थी मेरी
गिरते हुए आंसुओं में अपनी हसरत ढूंढती हू :-))"
४
गनीमत हैं नगर वालों लुटेरों से लुटे हो
गाँव में तो अक्सर हमें दरोगा ही लूट ले जाता हैं :-))
अब बस बहुत हैं
बोलों तो अब लब थरथराते हैं इसलिये फिर कभी लिखेंगे
रेत पर बिखरे हुए रिश्तों को
तब तक कोशिश करते हैं इन्हें थोड़ा संजोने का
उफ्फ़ आँखों में चुभता कल का धुँआ :-))
आग लगी है इस दिल में ,
दुनिया में आग लगाने दो
नंगे जलते पैरो से ,
भूतल पर राख बिछाने दो !!
इन नोखंडे महलों के निचे
कुटिया मुझे बनाने दो
सदियों से सोयी हुई
शक्ति की अब तो ज्योति जलाने दो !!!!!!!!!
२
उड़ते पंछी ने सोचा
मैंने गगन को बदला हैं
चमकते झुंगनू ने सोचा
मैंने चमन को बदला हैं
पर मैंने तो यह समझा कि -
लोगों का नजरियां तो मेरा ही हैं
पर लोगों ने तर्क जरुर बदला हैं :-))
३
टूटते हुए ख्वाबों में हकीकत ढूंढती हू
पत्थर के दिलों में मोहब्बत ढूंढती हू
नादान हू मैं अब तक यह भी नहीं समझी
बेजान बातों में इबादत ढूंढती हू !!!!!
मेरे जज्बातों की कीमत यहाँ कुछ भी नहीं
बईमानी के बाजारों में शराफत ढूंढती हू
इस अजनबी दुनिया में अपना कोई भी नहीं
गैरों की आँखों में अपनी सूरत ढूंढती हू !!!!!!!!!
"उम्मीद की थी प्यार की
बस यही भूल थी मेरी
गिरते हुए आंसुओं में अपनी हसरत ढूंढती हू :-))"
४
गनीमत हैं नगर वालों लुटेरों से लुटे हो
गाँव में तो अक्सर हमें दरोगा ही लूट ले जाता हैं :-))
अब बस बहुत हैं
बोलों तो अब लब थरथराते हैं इसलिये फिर कभी लिखेंगे
रेत पर बिखरे हुए रिश्तों को
तब तक कोशिश करते हैं इन्हें थोड़ा संजोने का
उफ्फ़ आँखों में चुभता कल का धुँआ :-))
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