सही कहते है बच्चे बड़े जल्दी ही बड़े हो जाते है :-))
सच वक़्त पंख लगाकर उड़ता चला जाता है
लाख कोशिश करो पर ठहरता ही नहीं हैं
यप्प फाइनली बच्ची बड़ी हो गयी हा.…… हा :-))
आज मैंने अपनी जिंदगी का पहला वोट दिया है
चलो जी अब तो किसी काम में अपनी भी तो भागीदारी
बनती है आफ्टर ऑल हम भी जागरूक नागरिकों में आते है
(अब कितने जागरूक है यह तो वो खुदा ही जाने :-))
पर सुबह से बड़ी excited थी कि मुझे भी वोट देना है
और दे भी दिया वैसे मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी
नहीं है सो मैंने इस बार नए बटन नोटा का यूज़ किया है :-))
हां कुछ औरतों ने तो कहा भी कि मैं यहाँ वोट कैसे दे सकती हू ?????
अब यह उनकी सोच है
उफ्फ मैं भी ना कितनी भुलक्कड़ हू
बचपन में सुना नहीं क्या कि बेटी का असली घर तो उसका अपना
ससुराल होता है
रीत, रस्में-रिवाजें!!!!!!!!!!!!
खैर मुझे ना इस घर से मतलब हैं और ना ही उस घर से
मुझे मतलब है केवल अपने आपसे,मेरे काम से
और जो मेरे लिये सबसे जरुरी है वो मेरे पेरेंट्स है
जिनसे मुझे कभी भी कोई भी दूर नहीं कर सकता
जान ना ले लू अगर कोई कोशिश भी कर ले तो :-))
खैर मैं कोशिश करुँगी कि मैं पहले एक अच्छी इंसान बनू
जो गलत के विरोध में आवाज उठा सके
अपने हक़ के लिये लड़ सके, अपने अधिकारों का
सही उपयोग कर सके
"लहरों ने बगावत की तो ,समुंद्र का क्या होगा !!!!
सितारों ने बगावत की तो ,आसमान का क्या होगा ????
बेटियों को अभिशाप समझने वालों ,अगर हम जैसी
बेटियों ने बगावत की तो ,इस समाज का क्या होगा ????
इस देश का क्या होगा -२ ?????????'"
जवाब दो ??????
हम्म :-))
सच वक़्त पंख लगाकर उड़ता चला जाता है
लाख कोशिश करो पर ठहरता ही नहीं हैं
यप्प फाइनली बच्ची बड़ी हो गयी हा.…… हा :-))
आज मैंने अपनी जिंदगी का पहला वोट दिया है
चलो जी अब तो किसी काम में अपनी भी तो भागीदारी
बनती है आफ्टर ऑल हम भी जागरूक नागरिकों में आते है
(अब कितने जागरूक है यह तो वो खुदा ही जाने :-))
पर सुबह से बड़ी excited थी कि मुझे भी वोट देना है
और दे भी दिया वैसे मुझे राजनीति में कोई दिलचस्पी
नहीं है सो मैंने इस बार नए बटन नोटा का यूज़ किया है :-))
हां कुछ औरतों ने तो कहा भी कि मैं यहाँ वोट कैसे दे सकती हू ?????
अब यह उनकी सोच है
उफ्फ मैं भी ना कितनी भुलक्कड़ हू
बचपन में सुना नहीं क्या कि बेटी का असली घर तो उसका अपना
ससुराल होता है
रीत, रस्में-रिवाजें!!!!!!!!!!!!
खैर मुझे ना इस घर से मतलब हैं और ना ही उस घर से
मुझे मतलब है केवल अपने आपसे,मेरे काम से
और जो मेरे लिये सबसे जरुरी है वो मेरे पेरेंट्स है
जिनसे मुझे कभी भी कोई भी दूर नहीं कर सकता
जान ना ले लू अगर कोई कोशिश भी कर ले तो :-))
खैर मैं कोशिश करुँगी कि मैं पहले एक अच्छी इंसान बनू
जो गलत के विरोध में आवाज उठा सके
अपने हक़ के लिये लड़ सके, अपने अधिकारों का
सही उपयोग कर सके
"लहरों ने बगावत की तो ,समुंद्र का क्या होगा !!!!
सितारों ने बगावत की तो ,आसमान का क्या होगा ????
बेटियों को अभिशाप समझने वालों ,अगर हम जैसी
बेटियों ने बगावत की तो ,इस समाज का क्या होगा ????
इस देश का क्या होगा -२ ?????????'"
जवाब दो ??????
हम्म :-))
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